अब नहीं हटाए जा सकते रेहड़ी वाले

चंबा। रेहड़ी फड़ी यूनियन का सम्मेलन में सीटू के राज्य उपाध्यक्ष व रेहड़ी फड़ी यूनियन के राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह ने कहा कि देश में चार करोड़ से अधिक रेहड़ी फड़ी के माध्यम से आजीविका कमाने वाले लोगों के लिए संसद द्वारा गत वर्ष स्ट्रीट वैंडर्ज एक्ट 2013 बनाया है। इसके तहत किसी भी रेहड़ी फड़ी वाले को शहर की सुंदरता व बढ़ती भीड़ के नाम पर नहीं हटाया जा सके गा। प्रत्येक नगर निकाय क्षेत्रों में कुल आबादी की अढ़ाई प्रतिशत संख्या तक रेहड़ी फड़ी लगाई जा सकेंगी। इसके लिए सभी नगर परिषदों व नगर पंचायतों को सर्वेक्षण करके उनका पंजीकरण करना होगा। उन्हें पहचान पत्र व टोकन जारी करने होंगे। इसके अलावा रेहड़ी फड़ी वालों के लिए एक निश्चित स्थान कारोबार के लिए आवंटित होगा।
सम्मेलन के दौरान रेहड़ी-फड़ी यूनियन की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें रिझू राम को दोबारा यूनियन का प्रधान नियुक्त किया गया। इसके अलावा राजेश देवल, अमरजीत सिंह और डोलमा को उप प्रधान, महबूब खान को सचिव, विकास महाजन, गजेंद्र व महेंद्र को सह सचिव तथा टेक चंद को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके साथ ही तिलक राज, नरसिंह, शिवराम, चंद्रप्रकाश, प्यार सिंह, हामिद खान, गजेंद्र, कुसुम, चंचला, उर्मिला, बिमला, बिट्ट, योग राज और नीरज को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया। सम्मेलन के दौरान सीटू जिला महासचिव सुदेश ठाकुर ने बताया कि चंबा में वर्ष 2004 में जब प्रशासन ने रेहड़ियां हटाने का जन विरोधी फैसला लिया था तो सीटू ने आंदोलन कर रेहड़ी फड़ी वालों के रोजगार की रक्षा की। अब सीटू उन्हें पक्की दुकानें दिलाने के लिए संघर्ष करेगी। इसके अलावा स्ट्रीट वैंडर्ज के तहत सभी रेहड़ी फड़ी वालों के स्वास्थ्य कार्ड बनाने की मांग की जाएगी। इस अवसर पर सुरेंद्र कुमार, राकेश कुमार और घनश्याम भी मौजूद रहे।

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